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कौन हैं वो 5 स्त्रियाँ जिनसे आज तक कोई नहीं बच पाया

by divinetales
5 स्त्रियाँ जिनसे आज तक कोई नहीं बच पाया

मित्रों… ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि मनुष्य को जितना मिल जाए उतना ही कम है… और ये बात सोला आने सच भी है… क्योंकि हम मनुष्यों की इच्छाएं कभी खत्म होने का नाम नहीं लेती हैं… कोई धनवान होने की इच्छा मन में सजोए रहता है… तो किसी को अच्छा पहनने और खाने की इच्छा होती है…

और आज मैं आपको ऐसी 5 स्त्रियों के बारे में बताने जा रहा हूं… जिनकी इच्छाएं पूरी करने में ही मनुष्य का जीवन निकल जाता है… लेकिन इन स्त्रियों की इच्छाएं कभी पूरी नहीं होती हैं… आखिर कौन हैं ये 5 स्त्रियां और क्यों कोई इनसे आजतक नहीं बच पाया है… यही जानेंगे मिलकर आज की इस वीडियो में…

तो मित्रों नमस्कार और स्वागत है आप सभी का एक बार फिर the divine tales पर… मैं जिन 5 स्त्रियों की बात कर रहा हूं वो हर मनुष्य के जीवन में होती हैं… और इनसे ना कोई बचा है और ना ही आगे बच पाएगा..

दरअसल, मैं बात कर रहा हूं मनुष्यों की 5 इंद्रियों की… जिनकी इच्छाएं और लालसा पूरी करने में मनुष्य अपना पूरा जीवन लगा देता है…. लेकिन इंद्रियों की इच्छाएं हैं जो समाप्त ही नहीं होती हैं…

1. आंखें

5 स्त्रियों अर्थात इंद्रियों में सबसे पहली हैं हमारी आंखें… जो हमेशा अच्छा देखना चाहती हैं… ये हमारी आंखें ही तो हैं जो तपती गर्मी में कुल्लू मनाली और मसूरी की वादियां देखने की चाहत रखती हैं… और हम भी अपनी आंखों की इच्छा पूरी करने के लिए धन खर्च कर पहाड़ों की सैर पर निकल पड़ते हैं…

2. जीभ

मित्रों दूसरी स्त्री अर्थात इंद्री है हमारी जीभ… जिसकी इच्छाएं पूरी करना असंभव है… हम चाहे कितना भी अच्छा भोजन क्यों ना खा लें… लेकिन अगले दिन हमारी जीभ फिर से कुछ अच्छा खाने की इच्छा अवश्य करेगी… और हम भी बिना कुछ सोचे समझे अपनी जीभ की इच्छा पूरी करने में लग जाएंगे…

3. कान

तीसरी इंद्री जिससे कोई मनुष्य नहीं बच पाया है वो है हमारे कान… जो हमेशा अच्छा सुनने की कामना करते हैं… तभी तो जब भी हम किसी से मिलते हैं तो उससे यही कहते हैं कि कुछ नया बताओं… क्योंकि हमारे कान कुछ पुराना सुनना ही नहीं चाहते… और अगर हां किसी की बुराई सुनने में तो हमारे कानों को सबसे ज्यादा आनंद मिलता है…

4. नाक

मित्रों चौथी स्त्री अर्थात इंद्री जिससे आजतक कोई नहीं बच पाया है वो है हमारी नाक… जो हमेशा हमें कुछ अच्छा सूंघने के लिए परेशान करती है… ये नाक ही है जो हमें खुशबूदार भोजन और सुगंध वाले लोगों की ओर ले जाती है…

मित्रों आपने भी ध्यान दिया होगा कि भोजन कितना भी स्वादिष्ट क्यों ना बना हो… अगर उसकी सुगंध अच्छी नहीं है तो वो हमें पसंद नहीं आता है… इसके अलावा जो लोग हमेशा इत्र लगाकर रखते हैं… वो भी हमें ज्यादा भाते हैं… उनकी खुशबू हमें उनकी और खींचती है… और ऐसा इसलिए क्योंकि ये हमारी नाक महारानी ही है… जिसे हमेंशा कुछ अच्छा सूंघने की बीमारी है…

मित्रों अब बात करते हैं आखिरी लेकिन सबसे घातक इंद्री की… जिसपर काबू कर पाना हर मनुष्य के बस की बात नहीं होती… और इसकी इच्छाएं पूरी करने में मनुष्य अपना पूरा जीवन तक लगा देता है… लेकिन अंत में उसके हाथ कुछ नहीं आता…

5. त्वचा

दरअसल, मित्रों मैं बात कर रहा हूं हमारी त्वचा… अर्थात चमड़ी की… जो हमेशा दूसरे विपरीत लिंग की इच्छा रखती है…स्त्रियों की त्वचा पुरुषों के लिए तो वहीं पुरुषों की त्वचा हमेशा स्त्रियों के स्पर्श की कामना करती है… अर्थात ये मनुष्य की त्वचा, चमड़ी ही है जो उसे भोगों की तरफ ले जाती है…

दरअसल, जीवनभर पुरुष स्त्री की कामना करता है तो स्त्री भी पुरुष की कामना करती है… और पूरा जीवन इसी सुख को भोगने में निकल जाता है…

इसलिए हमारे धर्म शास्त्रों में इन 5 स्त्रियों अर्थात इंद्रियों पर काबू पाने की बात लिखी गई है… और जो मनुष्य इनपर विजय पा लेता है…. वो एक ना एक दिन परमात्मा को भी पा लेता है…

क्योंकि जब इन इच्छाओं से मन हटेगा तो मनुष्य का मन अच्छा सुनने की जगह धर्म की बातें सुनने में… तो कुछ अच्छा देखने की जगह भगवान के दर्शन के लिए तरसेगा.. और जब मित्रों ऐसा होगा तो एक ना एक दिन मनुष्य का मिलन अपने परमात्मा से अवश्य हो जाएगा…

आज की वीडियो में बस इतना ही… वीडियो कैसी लगी मुझे कमेंट कर जरूर बताएं… साथ ही इसे ज्यादा से ज्यादा लाइक और शेयर भी करें… वीडियो को अंत तक देखने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया…

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